राज्य सरकार ने रविवार को कहा कि उसने 40,000 करोड़ रुपये के निवेश को आमंत्रित करने का लक्ष्य रखा है जो नई यूपी इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण नीति-2020 के तहत अगले पांच वर्षों में चार लाख लोगों को रोजगार प्रदान कर सकता है।
नई नीति के तहत, माइक्रोसॉफ्ट, एमएक्यू, अदानी ग्रुप, हीरानंदानी ग्रुप, नेटमैजिक सर्विसेज, एसटीटी प्राइवेट लिमिटेड और अग्रवाल एसोसिएट्स लिमिटेड जैसी बहु-राष्ट्रीय कंपनियों ने नोएडा में डेटा सेंटर स्थापित करने की पहल की है। राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने कहा कि यह आईटी क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देने के लिए उठाए गए कदमों के कारण संभव हो सकता है।
सरकार की नई इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण नीति-2020 में राज्य में सेमीकंडक्टर उद्योग स्थापित करने वाले निवेशकों को कई रियायतें देने का वादा किया गया है। इस नीति के चलते नोएडा में बड़े निवेशक इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में निवेश कर रहे हैं।
आईटी विभाग के अधिकारियों ने कहा कि चीन, ताइवान और कोरिया की कई नामी कंपनियां यूपी में आईटी सेक्टर में निवेश कर रही हैं।
प्रवक्ता ने कहा, "ये कंपनियां सेमीकंडक्टर सेक्टर में भी निवेश करेंगी।"